कृष्ण कि चेतावणी (Krishna ki chetavani)
वर्षों तक वन में घूम घूम, बाधा विघ्नों को चूम चूमसह धूप घाम पानी पत्थर, पांडव आये कुछ और निखर सौभाग्य न सब दिन होता है, देखें आगे क्या होता है मैत्री की राह दिखाने को, सब को सुमार्ग पर लाने कोदुर्योधन को समझाने को, भीषण विध्वंस बचाने को भगवान हस्तिनापुर आए, पांडव का संदेशा लाये दो न्याय अगर तो …